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Our Services

हमारे द्वारा उपलब्ध सर्विसिज़

ग्राउंड रिपोर्ट
आप जिस क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं, उस क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी जैसे वहां पर पार्टी विशेष का वार्चस्व, सत्ताधारी व्यक्ति की क्षेत्र में वर्तमान स्थिति, हमारी पार्टी की स्थति, हमारी स्थिति, क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं, जातिगत समीकरण, आपके क्षेत्र का सम्पूर्ण नेचर इत्यादि| जब तक हमें यह सब जानकारी नहीं होगी हम उस क्षेत्र की नब्ज नहीं समझ सकते|
उम्मीदवारी
आपके राजनितिक क्षेत्र से आपके अतिरिक्त और कौन हमारी ही पार्टी से उम्मीदवारी दे रहे हैं? और क्या वो पार्टी से प्रत्याशी घोषित हो सकते है? पार्टी हमें प्रत्याशी घोषित करेगी इसकी कितनी सम्भावना है, यह सब अत्यंत ही महत्वपूर्ण है| हमारी ही पार्टी का कोई अन्य उम्मीदवार प्रत्याशी न बनाये जाने की स्थति में हमारे खिलाफ बगावत तो नहीं करेगा, और करेगा तो उसकी काट क्या होगी| यह सब मैनेजमेंट एवं चिंतन कर के ही हम आगे बढ़ सकते हैं| यह सब हम पहले ही रिसर्च कर के निकालते हैं| हमें पार्टी से प्रत्याशी न बनाये जाने की स्थिति में क्या हम निर्दलीय चुनाव लड़ कर जीतने की स्थति में हैं या नहीं? यह भी हमारे द्वारा चैक किया जाता है, इसके अनुरूप रणनीति तैयार की जाती है|
जनमत संग्रह एवं सहयोगियों/कार्यकर्ताओं की पहचान
वैसे तो यह सबसे प्रथम कार्य होता है, किसी भी चुनावी क्षेत्र का नेचर जानने का किन्तु यह खर्चीला होता है, तो यह हम आपके द्वारा प्रथम दोनों फेज को करने के पश्चात् एवं हमारी स्थति साफ़ कर के ही करवाने की सलाह देते हैं| इस फेज के कम्पलीट होने के बाद हमारी वर्तमान स्थिति एकदम साफ़ हो जाती है| इस फेज में हमें क्षेत्र के हमारे हितैषी/विरोधी लोगो को चिन्हित करने से लेकर के किस क्षेत्र में हमें कैसा क्या व्यवहार करना है, जातिगत समीकरण क्या कह रहा है, एवं क्षेत्र में क्या प्रमुख बिंदु होंगे जिनके बेस में चुनाव लड़ा जायेगा इत्यादि सब जानकरी प्राप्त हो जाएगी| इसमें सबसे महत्वपूर्ण हमारे लोगो की पहचान हो जाएगी एवं एक कम्पलीट आइडेंटीफ़्य लोगो की कांटेक्ट लिस्ट तैयार हो जाएगी जिसको हम अपने उपयोगानुसार इस्तेमाल करेंगे| क्षेत्रानुसार प्रमुख लोग जैसे सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, खिलाडी, सरपंच, पार्षद, क्षेत्रीय नेता/प्रभावशाली लोग, गली मोहल्ले के लीडर, अन्य प्रमुख की जानकारी भी हमें प्राप्त होगी| यह फेज अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, इसमें बिलकुल भी लापरवाही नहीं की जा सकती, यह हमारे जीत/हार के लिए जिम्मेदार होता है यह बिलकुल सटीक होना चाहिए इसके लिए हम प्रोफेशनल लोगो को लगाते हैं, साथ ही अन्य मैनेजमेंट कंपनी जैसे फ़र्ज़ी सर्वे नहीं होने देते| एक एक जानकरी को क्रॉस चेक करवाकर ही आगे का सर्वे कार्य किया जाता है|
चुनावी क्षेत्र की नयी पुरानी जानकारी का तुलनात्मक विश्लेषण
आपके चुनावी क्षेत्र में हुए पूर्व के चुनाव एवं वर्तमान किये गए जनमत संग्रह को बूथ स्तर से लेकर के ब्लॉक स्तर पर विश्लेषण कर के परिणाम निकाल कर हमारी रणनीति (स्ट्रॅटजी) तैयार करना| किस बूथ में क्या रणनीति सही बैठेगी एवं कौन से बूथ में क्या टारगेट बना कर कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया जायेगा| ऐसा सब हमारे द्वारा आपके साथ मिल कर तैयार किया जाता है|
प्रमुख मैनजेमेन्ट
कमेटी के हिसाब से कार्यप्रणाली-: पार्टी के हिसाब से तय पदों में पदस्थ पुराने वरिष्ठ नेताओं एवं युवा नेताओं के कार्य करने में अंतर होता है, इनके बीच सामंजस्य बैठा कर सबको साथ में लेकर काम करना हमारा उद्देश्य पूरे चुनावी समय में प्राथमिकता में रहेगा|गठित कमेटी जैसे बूथ कमेटी, सेक्टर कमेटी, मंडल कमेटी इत्यादि में ऐसे पार्टी सदस्यों को प्रमुख पद देना जो पार्टी एवं हमें पूर्णतः सहयोग दें, साथ ही साथ चुनाव समय में अपना पूर्ण सहयोग, समय एवं उपलब्धता को सुनिश्चित रखें|
प्रमुख मैनजेमेन्ट-: किसी भी चुनाव में सबसे अंतिम एवं महत्वपूर्ण कार्य होता है बूथ लेवल मैनेजमेंट करने का, इस कार्य को बहुत ही प्रथमिकता के साथ किया जाना प्रमुख होता है| चुनाव के शुरुआती समय में अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्यकर्त्ता जो की बूथ लेवल एजेंट होता है उसका बनाया जाना बहुत ही आवश्यक होता है| चुनावी क्षेत्र के समस्त बूथों में कम से कम दो हमारे ऐसे प्रमुख विश्वनीय व्यक्ति होना चाहिए, जो हर परिस्थिति में हमें उस बूथ की सही पोजीशन से अवगत कराएं, यह काम हमें सर्वे के दौरान ही करना होगा ताकि हम तभी ही ऐसे लोगो की पहचान कर लें, जिन बूथ में ऐसे व्यक्ति न हों वहां पर उस क्षेत्र के हमारे पार्टी के नेताओं के सहयोग से ऐसे प्रमुख विश्वनीय लोगो को तैयार करना होगा, इसमें लोकल सपोर्ट अनिवार्य है| बूथ कमेटी में कम से कम दो बूथ लेवल एजेंट, एक या अधिक बूथ प्रभारी बनाना बहुत जरुरी होगा| इसके साथ कम से कम दो से चार बूथ के बाहर टेबल में बैठने वाले जिनमे एक या दो लोग वोटर निकलने वाले होंगे, इस टीम का गठन पहले से कर के रखना होगा, ताकि अंतिम चरण में इन सभी को ठीक से प्रशिक्षण दे कर बूथ मैनेजमेंट आसानी से किया जा सके|
चुनावी क्षेत्र का विभाजन
सर्वे के पश्चात् चुनावी क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति एवं रोड मैप के हिसाब से विभाजन किया जाना अनिवार्य होता है| यह कार्य सही ढंग से करने से चुनाव प्रचार के दौरन दौरा एवं जनसम्पर्क कार्यक्रम आसान हो जाते हैं| साथ ही हम विभजित किये गए क्षेत्र में अपने हिसाब से जिम्मेदारी तय कर के पदाधिकारी नियुक्त करेंगे| इन्ही पदाधिकारियों द्वारा अगले फेज में बनायीं जाने वाली रणनीति को लागू (इम्प्लिमनेट) करेंगे| जिम्मेदारी एवं कार्यकुशलता को पहचान कर ही पद एवं रणनीति को तय कर के इन्हे समझाया जायेगा, एवं कैसे कार्य करना है यह बतलाया जायेगा|